Continuing education (bachpn expres) ( Bundeli)
सही कहा गया है कि जब आप “एक महिला को शिक्षा देकर शिक्षित करते हैं तो आप एक पूर्ण परिवार को शिक्षित करते हैं।
सही कहा गया है कि जब आप “एक महिला को शिक्षा देकर शिक्षित करते हैं तो आप एक पूर्ण परिवार को शिक्षित करते हैं।
देखते ही देखते स्कूल की इमारत, प्लेग्राउंड सब बनकर तैयार हो चुका है| बड़ी क्लास में कई बच्चों ने भी एडमिशन ले लिया है| पूरे गाँव में आज मानो जश्न का माहौल है, और प्रिंसिपल सर ने भी सबीहा और सबीन से कह दिया कि वो अपने सभी दोस्तों के लिए आज एक क्विज कम्पटीशन का आयोजन करें| ये सफ़र बस ऐसा ही चलता रहे इसलिए सबीहा ने कुछ सवाल बनाये हैं जो सभी दोस्तों में स्टार जीतने की होड़ लगा देगा और सबको मज़ा आयेगा| तो चलिए हो जायें तैयार और मिले आज के स्टार्स से|
अब तो नवीं क्लास के बच्चो कि क्लास भी बनकर पूरी तरह से तैयार हो चुकी है| हर पीरियड वक्त से लगता है और बच्चों को बैठने की समस्या भी नहीं है| बच्चों को परेशानी न हो इसलिए उनकी क्लास पहले बनवाई गयी है और अब बाकी कमरों और हॉल्स का निर्माण बाकी है| बच्चे इस दुविधा में हैं कि अब किस चीज़ का कंस्ट्रक्शन हो रहा है| इसलिए सबीहा ने निर्णय लिया कि वो प्रिंसिपल सर के पास जायेंगी और उनसे ही इस बारे में पूरी और सही जानकारी लेंगी| चलिए देखते हैं आगे क्या होने वाला है|
आज सबीहा के स्कूल में function है, कुछ कुछ एक्टिविटीज करायी जा रही हैं, सबीहा ने तो drawing competition में भाग लिया है| और सबीन ने एक science का मॉडल बनाया है| दोनों बच्चे उसी फंक्शन की तैयारी में ही लगे हुए थे कल से और आज उसी की ही फिकर में दोनों जल्दी उठ गये हैं| आइये हम भी चलते हैं सबीहा और सबीन के घर और जानते हैं की आखिरकार चल क्या रहा है|
आज तो मौसम का मिजाज़ कुछ समझ ही नहीं आ रहा| अचानक बदल तो कभी धूप, न जाने कहीं बरसात ही न पड़ जाए| सबीन मियां तो नहा धो कर तैयार बैठे हैं, कहीं अब्बू और सबीहा उनको घर ही ना छोड़ जाएँ| लेकिन सबीहा किस बात को लेकर परेशान हुयी जा रही है कि अम्मी की आवाज़ तक उसके कानों में नहीं पड़ रही| चलिए चलकर जानते हैं कि बात क्या हुयी|
आज तो सबीन सबीहा को बैंक में प्रिंसिपल सर ने काफी कुछ सिखा और समझा दिया| साथ ही सबीहा का अकाउंट भी खुल गया है| अब बस उसे अपने पासबुक को लेने जाना है| लेकिन उसका अकाउंट बिन अम्मी के न खुलता क्यूंकि नियम अनुसार बच्चों के लिए अम्मी को अपना प्रूफ जमा करवाना होता है, यूँ छोटी छोटी की हुयी बचत ज़रूरत के वक्त काम आ ही जाती है| अब तक तो हुसैन साब अपने परिवार समेत घर पहुँच ही गए होंगे| देखते हैं घर में क्या माहौल है|
आज से सबीन और सबीहा के स्कूल में खेलकूद की प्रतियोगिता शुरू हो गयी है, जो सुबह से लंच तक होगी और लंच के बाद नार्मल क्लास लगेंगी| इस प्रतियोगिता में हर दिन एक नए गेम का कम्पटीशन होगा| और आज फुटबॉल का मैच है जिसमें सबीन ने भी हिस्सा लिया है| अगर हमारे सबीन मियां फुटबॉल और क्रिकेट में माहिर हैं, तो हमारी सबीहा दौड़ और खो खो में| अब इसी चक्कर में सबीन को नींद कहाँ उठ बैठा है सुबह सुबह कि कब मैच शुरू हो और वो अपने खेल का प्रदर्शन करे और खूब वाह वही मिले| तो चलिए खोलते हैं कुछ राज़|
सबीहा और सबीन नए स्कूल के मैदान को देखने चल पड़े हैं, उन्हें इंतज़ार है अपने दोस्तों का और रमेश चाचा का जो उनको वहाँ तक जाने में मदद करेंगे| पर सबीन को तो इंतज़ार है कब सबीहा अपना मुंह खोले और लघुतम समापवर्तक के बारे में कुछ बोले| चलिए जरा हम भी तो सुनें कि आज कौनसे राज खुलने वाले हैं और हमारे क्या काम आने वाले हैं|
This program is about math ratio.
आज बच्चे काफी खुश लग रहे हैं और ज्यादा खुश लग रही है सबीहा क्यूंकि आज उसकी वो क्लास बन के पूरी हो गयी होगी, जिसकी कल छत डली थी| दोनों बच्चे उसे देखने के लिए बेताब हैं, और जबसे ये स्कूल बनने लगा है दोनों जल्दी उठ जाते हैं| चलिए चलते हैं हम भी सबीहा और सबीन के घर और जानते हैं की माजरा क्या है|
204 Programme(s)
Vocational education basically includes skill and technical training that prepares an individual for a job or a career in different areas ranging from engineering, medical technology, nursing, craft and accounting. Vocational education is generally experience based and practical; hence gives away an experience to the trainees to which employers are looking for. In this thematic area you will find radio programme that provide information about such courses.